Corona Virus Vaccine is Ready : कोरोना वायरस के वैक्सीन को लेकर लगातार यह अपडेट आ रही है कि इसका प्रायोगिक कोरोनावायरस वैक्सीन कोविड-19 के संक्रमण के खिलाफ तैयार हो चुका है। इस बात का दावा फाइजर (Pfizer) ने किया है कि यह कोविड-19 के मुकाबले में 90% से भी ज्यादा Effective होगा।

जर्मन बायोएनटेक के साथ फाइजर कर रहे हैं कोरोनावायरस की वैक्सीन पर Experiment
सोमवार को फाइजर (Pfizer) ने यह भी कहा कि जर्मन बायोटेक फर्म बायो एंड टेक के साथ मिलकर इसकी experiment की गयी है और इस experiment में देखा गया कि कोविड-19 के दौरान इस संक्रमण को रोकने के लिए इसे काफी प्रभावशाली माना जा रहा है।

कोविड-19 वायरस के खिलाफ यह एक बड़ी सफलता प्रूव हो सकती है। कोरोना वायरस के वैक्सीन को आम जनता के लिए उपलब्ध कराने के बारे में फाइजर (Pfizer) का कहना है कि यह वैक्सीन स्थानीय फार्मेसियों में जल्दी उपलब्ध नहीं हो सकता है।
यूएसए स्टॉक को क्लिनिकल ट्रायल दादा ने भेजा रिकॉर्ड करने
यूएसए स्टॉक को क्लिनिकल ट्रायल डाटा ने रिकॉर्ड करने के लिए भेजा और उसने दिखाया है कि दो अलग-अलग कंपनियों के द्वारा किए गए Covid-19 Experiment के दौरान कोरोना वायरस वैक्सीन BNT162b2, मुख्य रूप से इस बीमारी को रोकने में काफी कारगर सिद्ध होने वाली है |

कोरोना वायरस के वैक्सीन को रखने के लिए super cold storage की नहीं है व्यवस्था
खबरें आ रही है कि फाइजर (Pfizer) के इस कोरोनावायरस वैक्सीन की कुछ आवश्यकता हैं जैसे कि इसे super cold storage में रखना होगा। यह वैक्सीन उपन्यास तकनीक पर आधारित है और वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रणाली को भी active करने के लिए सिंथेटिक mRNA का भी उपयोग करती है

और यह माइनस 70 डिग्री सेल्सियस के नीचे होनी चाहिए। लेकिन देखा जाए तो दुनिया भर के जितने बड़े-बड़े शहरों में अस्पताल है, वहां इस अल्ट्रा कम तापमान पर वैक्सीन को रखने के लिए भंडारण की सही सुविधा अभी तक उपलब्ध नहीं हुई है।
ग्रामीण क्षेत्रों के साथ गरीब देशों में भी फाइबर के कोरोनावायरस के वैक्सीन को वितरित करना होगा काफी मुश्किल
कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए जिस तरह से कोरोनावायरस की वैक्सीन की जरूरत पड़ रही है वहीं दूसरी ओर फाइजर के बारे में जानने के लिए कुछ बातें है जो यह दावा करते हैं कि कोविड-19 को रोकने के लिए यह कोरोनावायरस की वैक्सीन सबसे अधिक प्रभावी होने वाली है।

ग्रामीण क्षेत्रों के साथ गरीब देशों में भी फाइबर के कोरोनावायरस के वैक्सीन को वितरित करना काफी मुश्किल होने वाला है।
मंजूरी मिल जाती है तो कंपनियां अनुमान लगा रही है कि इस साल 50 मिलियन खुराक तैयार किए जा सकते हैं, जिसमें 25 मिलियन लोगों की सुरक्षा आसानी से की जा सकती है। 2021 के दौरान 1.3 बिलियन तक खुराक का उत्पादन भी किया जा सकेगा।

Comments